![याकूब 4:4 - HHBD](/images/simple/hhbd/james-4-4.png)
हे व्यभिचारिणयों, क्या तुम नहीं जानतीं, कि संसार से मित्रता करनी परमेश्वर से बैर करना है सो जो कोई संसार का मित्र होना चाहता है, वह अपने आप को परमेश्वर का बैरी बनाता है।
संबंधित विषय
पाप
क्या तुम नहीं जानते...
भगवान
तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे...
दोस्ती
मित्र सब समयों में...
दुनिया
तुम न तो संसार...
प्यार
प्रेम धीरजवन्त है, और...
आशा
क्योंकि यहोवा की यह...