वरन हर एक मनुष्य जिसे परमेश्वर ने धन सम्पत्ति दी हो, और उन से आनन्द भोगने और उस में से अपना भाग लेने और परिश्रम करते हुए आनन्द करने को शक्ति भी दी हो- यह परमेश्वर का वरदान है।
संबंधित विषय
पैसे
तुम्हारा स्वभाव लोभरिहत हो...
भोजन
क्योंकि वह अभिलाषी जीव...
काम
और जो कुछ तुम...
प्राप्त
इसलिये मैं तुम से...
हर्ष
सदा आनन्दित रहो। निरन्तर...
प्यार
प्रेम धीरजवन्त है, और...