तू किसी के घर का लालच न करना; न तो किसी की स्त्री का लालच करना, और न किसी के दास-दासी, वा बैल गदहे का, न किसी की किसी वस्तु का लालच करना॥
संबंधित विषय
लालच
जो रूपये से प्रीति...
भौतिकवाद
क्योंकि न हम जगत...
कानून
और ये आज्ञाएं जो...
पड़ोसी
और दूसरी यह है...
प्यार
प्रेम धीरजवन्त है, और...
आशा
क्योंकि यहोवा की यह...