कुकर्म से आनन्दित नहीं होता, परन्तु सत्य से आनन्दित होता है। वह सब बातें सह लेता है, सब बातों की प्रतीति करता है, सब बातों की आशा रखता है, सब बातों में धीरज धरता है।

संबंधित विषय
प्यार
प्रेम धीरजवन्त है, और...
सत्य
वह जो खराई से...
बुराई
बुराई से न हारो...
संरक्षण
परमेश्वर के सारे हथियार...
विश्वास
तू अपनी समझ का...
आशा
क्योंकि यहोवा की यह...