व्यभिचार से बचे रहो: जितने और पाप मनुष्य करता है, वे देह के बाहर हैं, परन्तु व्यभिचार करने वाला अपनी ही देह के विरूद्ध पाप करता है।
![1 कुरिन्थियों 6:18 - HHBD](/images/simple/hhbd/1-corinthians-6-18.png)
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