और हम तो देखी हुई वस्तुओं को नहीं परन्तु अनदेखी वस्तुओं को देखते रहते हैं, क्योंकि देखी हुई वस्तुएं थोड़े ही दिन की हैं, परन्तु अनदेखी वस्तुएं सदा बनी रहती हैं।
![2 कुरिन्थियों 4:18 - HHBD](/images/simple/hhbd/2-corinthians-4-18.png)
संबंधित विषय
अनन्त जीवन
और मैं उन्हें अनन्त...
भौतिकवाद
क्योंकि न हम जगत...
समझ
मुझ से प्रार्थना कर...
प्यार
प्रेम धीरजवन्त है, और...
आशा
क्योंकि यहोवा की यह...
श्रद्धा
इसलिये मैं तुम से...