हे भाइयो, चौकस रहो, कि तुम में ऐसा बुरा और अविश्वासी मन न हो, जो जीवते परमेश्वर से दूर हट जाए।
संबंधित विषय
क्रोध
क्रोध तो करो, पर...
बुराई
बुराई से न हारो...
हृदय
सब से अधिक अपने...
पड़ोसी
और दूसरी यह है...
श्रद्धा
इसलिये मैं तुम से...
प्यार
प्रेम धीरजवन्त है, और...