वह धर्म और न्याय से प्रीति रखता है; यहोवा की करूणा से पृथ्वी भरपूर है॥

संबंधित विषय
विश्वसनीयता
परन्तु प्रभु सच्चा है...
प्यार
प्रेम धीरजवन्त है, और...
धर्म
जो धर्म और कृपा...
आशा
क्योंकि यहोवा की यह...
श्रद्धा
इसलिये मैं तुम से...
परिवार
और ये आज्ञाएं जो...