- हे यहोवा, हमारी नहीं, हमारी नहीं, वरन अपने ही नाम की महिमा, अपनी करूणा और सच्चाई के निमित्त कर।
- हमारा परमेश्वर तो स्वर्ग में हैं; उसने जो चाहा वही किया है।
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