बिना सम्मति की कल्पनाएं निष्फल हुआ करती हैं, परन्तु बहुत से मंत्रियों की सम्मत्ति से बात ठहरती है।
![नीतिवचन 15:22 - HHBD](/images/simple/hhbd/proverbs-15-22.png)
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